चुनार: चुनार मीरजापुर जुबान पर ही होती है। धरातल पर गौवंशीय पशुओं की हालत दिन पर दिन बदतर हो रही है। रेलवे कालोनी में जगह-जगह कूड़े के ढेरों पर लावारिस गायों को मुंह मारते देखा जा सकता है।
भूखी प्यासी ये गायें कभी सड़े गले खाद्य पदार्थ और प्लास्टिक की पन्नियां खाकर अपनी भूख मिटाती हैं और प्यास बुझाने के लिए कीचड़युक्त गंदा पानी पीना इनकी मजबूरी बन गई है।
वहीं एक उत्तर रेलवे कालोनी निवासी लाल जी कुमार ने राजकीय पशु चिकित्सा अधिकारीको पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि एक गाय लावारिस अवस्था बुरी तरह जख्मी अवस्था दर्द से कराह रही है पशु चिकित्साधिकारी ने संज्ञान में लेते ही पशु चिकित्स को मौके पर भेज कर दवा इलाज कराया जा रहा है। तीन दिनों से लालजी गौ माता के सेवा कर रहे है ताकि पूर्ण रूप से गौ माता स्वस्थ हो सके ।
एक टिप्पणी भेजें