इनमें से जिउतिया व्रत भी बेहद ही खास है।इसे जिउतिया के अलावा जीवित्पुत्रिका और जिउतिया व्रत के नाम से भी जाना जाता है. यह व्रत अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन रखा जाता है।
मान्यता है कि जिउतिया व्रत को माताएं अपनी संतान की दीर्घ आयु और सुखमय जीवन के लिए रखती हैं. यदि आप छठ पूजा के बारे में जानते हैं तो बता दें कि जीवित्पुत्रिका का व्रत भी छठ की तरह ही रखा जाता है. इस बार यह व्रत 28 सितंबर गुरुवार को मनाया गया है। इस व्रत के पूजन माताएं गोलाई बना कर पूजा अर्चना करतीं हैं।
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